संलग्नीकरण को लेकर संयुक्त संचालक और डीपीआई के आदेश दरकिनार
रिपब्लिक टुडे, सोहागपुर/ नर्मदापुरम।
शिक्षा विभाग में इन दिनों वरिष्ठ कार्योलयों सहित वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है, यहां शोभापुर के संकुल प्रचार्यो द्वारा मनमानी करते हुये शिक्षकों को अटैच किया गया है, उधर 9 अप्रैल को संयुक्त संचालक लोक शिक्षण नर्मदापुर द्वारा बी सी के बाद आदेश जारी किया गया है जिमसे साफ कहा गया है कि किसी भी शिक्षक को गैर शैक्षणिक अथवा शैक्षणिक कार्य में संलग्नीकरण न किया जाये,यदि किया गया तो आदेश का पालन करते हुये तत्तकाल मूल शाला में भेजा जाये, लेकिन सोहागपुर विकासखंड में स्वयं बीईओ नरेंद्र राज के करीबी शिक्षक मकरन ब्राम्हवंशी जो कि मोकलवाड़ी प्राथमिक शाला में पदस्थ है को पिछले दो सालों से कन्या संकुल में अटैच करके रखा है।

उधर जे डी भावना दुबे के आदेश के पहले ही दोनों संकुल के करीब 10 शिक्षकों को मूल शाला से हटाकर संकुल केंद्र में कार्य करने एक आदेश जारी किया गया है, शिक्षा विभाग के निचले स्तर के अधिकारी लगातार वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों को दरकिनार करते हुये नियमो की धज्जियां उड़ा रहे है।
बता दें कि मकरन ब्राम्मवंशी को मूल शाला में भेजने बीआरसी राकेश रघुवंशी द्वारा पत्र भी लिखा गया था जिसके बाद भी शिक्षक को मूलशाला में नही भेजा गया।
प्रचार्य को पहले शोभापुर में अटैच किया फिर बना दिया बीईओ
बता दें कि पिपरिया शासकीय कन्या शाला में पदस्थ प्राचार्य नरेेंद्र राज की लगातार शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए विभाग द्वारा उनका तबादला किया गया था जिसके बाद राज ने हाईकोर्ट से स्टे लिया था। उनकी शिकायते भी विभाग में लंबित है जिनका निराकरण नही हुआ है नरेंद्र राज ने पिपरिया में रहते हुए आर्थिक हेराफेरी की है किसकी जांच जिला कलेक्टर द्वारा कोषालय अधिकारियों की टीम बना कर करवाई गई है उसके बाद भी डीईओ एसपीएस बिसेन द्वारा नरेंद्र राज पिपरिया को शोभापुर कन्या शाला में प्राचार्य नीलेश सोनी के होते हुयें प्राचार्य पद पर अटैच किया गया, जबकि उनका वेतन आज भी शासकीय कन्या शाला से आहरण हो रहा है। अब सोहागपुर बीईओ का प्रभार भी दे दिया गया है। जानकारी है कि कन्या शाला के प्राचार्य नीलेश सोनी द्वारा डीईओ को दो बार पत्र लिखे गये है जिनमें नरेंद्र राज द्वारा संकुल की सील का उपयोग करने सहित प्रपत्रों आदि पर हस्ताक्षर करने की शिकायत की गई है।
इनका कहना है-
1. संकुल के शिक्षकों के वेतन बिल आदि के कार्य के लिये मकरन ब्रह्मवंशी को रखा गया है।
अवधेश बुधौलिया प्रचार्य बालक शाला शोभापुर।
2. किसी भी प्रकार के अटैचमेंट को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने के आदेश हमारे द्वारा जारी किये गए है, शोभापुर में या कही भी कोई शिक्षक को अटैच किया गया है तो यह गलत है, हम कार्रवाई करेगें।
भावना दुबे, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संचालनालय, नर्मदापुरम।
