Sohagpur : बिना नम्बर प्लेट के दौड़ रहे नगर पालिका के वाहन

सभी वार्डो से कचरा उठाने 15 वाहन , 3 ट्रेक्टर , स्काई लिफ्टर में नही है नम्बर प्लेट , किसी भी वाहन का बीमा भी नही , एक ट्रैक्टर से हो चुकी है दुघर्टना

रिपब्लिक टुडे, सोहागपुर।
यहां नगर परिषद कर्मचारियों की लापरवाही और जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी से बिना नंबर प्लेट के वाहन दौड़ रहे है। शासकीय नियमो का पालन कराने वाली शासकीय संस्था में नगर के 15 वार्डो से कचरा उठाने 15 वाहन क्रय किये गए है जिनमे से 9 ही चालू बताए जा रहे है, वही 3 ट्रेक्टर है जिनमे से सिर्फ एक ट्रैक्टर में ही नम्बर प्लेट लगी है। बाकी किसी भी वाहन में आरटीओ पंजीयन नम्बर की प्लेट नही लगी है , सभी वाहन बकायदा बिना किसी रोकटोक के सड़को पर दौड़ रहे है। जानकारी है कि किसी भी वाहन का बीमा भी नही कराया गया है, ऐसे में कोई बड़ी दुर्घटना घटित होती है तो नगर पालिका के फंड से ही क्लेम की राशि दी जाएगी , जबकि सभी वाहनों का पंजीयन की नंबर प्लेट और बीमा अनिवार्य है।

बता दे कि नगर परिषद सोहागपुर इन दिनों भगवान भरोसे चल रही है , यहां न तो स्थाई सीएमओ मौजूद है और न ही परिषद और नप अध्यक्ष को किसी काम या नगर विकास आदि से कोई सरोकार , कर्मचारी भी बेलगाम हो चुके है, लोगो की शिकायतों का समाधान भी नही हो पा रहा है। नप द्वारा पिछले सालों में खरीदे गए वाहनों के अभी तक पंजीयन का अतापता नही है, नप के 15 वार्डो के लिये 15 वाहन खरीदे गए है जिनको क्रय किये भी सालों हो बीत चुके लेकिन उन वाहनों में नम्बर प्लेट नही लग पाई, वही स्काई लिफ्टर वाहन को क्रय किए भी लगभग 4 वर्ष हो चुके लेकिन उक्त वाहन में भी नम्बर प्लेट नही है न ही किसी वाहन का बीमा है, वाहनों के रखरखाव के नाम पर जरूर इटरसी सहित स्थानीय मैकेनिक द्वारा काम कराया जाता है, रखरखाव के नाम पर लाखों रुपये का भुगतान भी हो चुका है लेकिन मौके पर महज 8 – 9 वाहन ही वार्डो में दौड़ रहे है , वह भी एक दिन छोड़कर , आर्थिक रूप से कमजोर हो चुकी नप में सफाई और स्वच्छता प्रचार प्रसार के मद से लाखो रुपये खर्च हो चुके है लेकिन इन वाहनों के पंजीयन और बीमा नही हो पाया है। बता दे कि नप के ट्रेक्टर से 4 वर्ष पूर्व एक्सीडेंट में एक युवक की मौत भी हो चुकी है जिसका बीमा न होने से क्लेम की रकम नप द्वारा दी गई थी।

नियमानुसार हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट लगाई जाना है।

परिवहन विभाग द्वारा बार बार हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट लगवाने की सूचनाएं दी गई, फिर भी नप के जिम्मेदार कर्मचारियों द्वारा न तो हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट के लिये ऑनलाइन एप्लीकेशन की गई न ही किसी वाहन में अभी तक पंजीयन नम्बर प्लेट लगवाई गई। ऐसे में किसी एक वाहन से दुर्घटना होने पर वाहन की पहचान करना भी मुश्किल होगा।

परिवहन विभाग और पुलिस का ध्यान नही ।

नगर पालिका भले ही शासकीय संस्था हो , लेकिन उक्त संस्था के वाहन जो सड़क पर दौड़ रहे है इन पर न तो परिवहन विभाग का ध्यान है न ही सड़क पर खड़े होकर चालान काटने वाली पुलिस की नजर नप के वाहनों पर अभी तक पड़ी है।