जीतू पटवारी होगेें पीसीसी अध्‍यक्ष, उमंग सिंगार नेेेता प्रतिपक्ष तो हेमंत पर भी किया भरोसा

कांग्रेस की युवा टीम करेंगी मोदी का सामना, राहुुल गांधी के करीबी है जीतू पटवारी ,भाजपा के बाद अब कांग्रेस भी सेंकंड लाइन की लीडरशिप तैयार करने में जुटी , वरिष्‍ठों के मार्गदर्शन में संगठन करेंगा लोकसभा चुनाव की तैयारी

रिपब्लिक टुडे,भोपाल.

मध्‍य प्रदेश में जैसे ही सेंकेंड लाइन के लीडर की तलाश कर डां मोहन यादव को मुख्‍यमंञी बनाया गया, उसके बाद अब कांग्रेस ने भी युवा टीम को प्रदेश कांग्रेस की जिम्‍मेदारी देकर भरोसा किया है. दरअसल विधानसभा चुनाव की हार के बाद से कमलनाथ पीसीसी चीफ के पद से मुक्‍त होना चाहते थे, इसको लेकर उन्‍होंने अपनी मंशा हाईकमान को भी बता दी थी. जिसके बाद राहुल गांधी के करीबी और राउ से दो बार विधायक रह चुके तो 2018 की कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंञी भी रहे चुके है अब जीतू पटवारी को प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष बनाया गया है.

जीतू पटवारी को बनाया गया पीसीसी अध्‍यक्ष

 बता दें कि जीतू पटवारी कमलनाथ के साथ अभी तक कार्यकारी अध्‍यक्ष के रूप में काम कर रहे थे, पूर्व में वे मीडिया पेनलिस्‍ट भी रहे है इसके साथ साथ्‍ा जीतू पटवारी को राहूल गांधी ने युवा कांग्रेस प्रदेशाध्‍यक्ष भी बनाया था. अब प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद उनकी आक्रामक शैली और बात रखने की कला को ध्‍यान में रख कर पीसीसी चीफ बनाया गया है. जैसे भाजपा ने युवा टीम को मध्‍य प्रदेश में जिम्‍मेदारी दी है वैसे ही अब कांग्रेस ने भी सोनिया गांधी के करीबी और उम्रदराज नेताओं के बदले युवाओं पर भरोसा किया है.

गंधवानी से चार बार के विधायक उमंग सिंगार को बनाया गया नेेेता प्रतिपक्ष .

   उधर चार बार से लगातार गंधवानी से विधायक उमंग सिंगार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है, उमंग सिंगार संगठन में रहकर भी काम कर चुके है कमलनाथ सरकार में वे कैबिनेट मंञी भी रह चुके है,उन्‍हें झारखंड और गुजरात में भी पार्टी ने सह प्रभारी बनाकर भेजा था इसके साथ ही उमंग दो बार लोक सभा प्रत्‍याशी भी रह चुके है. उनका सभी नेताओं से समन्‍वय है.

सत्‍यदेव कटारें के पुञ अटेर सीट से दूसरी बार के विधायक हेमंत कटारें को उपनेेेता प्रतिपक्ष की कमान

 तो सबसे कम उम्र के हेमंत कटारें 38 वर्ष को कांग्रेस ने उप नेता प्रतिपक्ष बनाया है, हेमंत कटारे पूर्व नेता प्रतिपक्ष सत्‍यदेव कटारें के बेटे है और शिवराज सरकार में मंञी रहे अरविंद भदौरिया को हराकर दूसरी बार विधायक चुने गये है. कयास लगाए जा रहे थे कि राघौगढ से विधायक जयवर्धन सिंह को नेता प्रतिपक्ष की बड़ी जिम्‍मेदारी दिग्विजय सिंह के बेटे होने के चलते मिल सकती है लेकिन उन्‍हें दूर ही रखा गया है.

जातिगत समीकरण भी साधे

बता दें कि आने वाले लोकसभा चुनावों को देखकर कांग्रेस ने युवा टीम तैयार की है इसके साथ साथ मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस ने जीतू पटवारी को ओबीसी वर्ग को साधने, तो उमंग सिंगार को नेता प्रतिपक्ष की कमान देकर आदिवासी वर्ग को साधने की कोशिश की है, वही युवा और कम उम्र के हेमंत कटारे जो कि ब्राहम्‍ण समाज से आते है को उप नेता प्रतिपक्ष घोषित कर सामान्‍य वर्ग को साधने की कोशिश की है. बताया जा रहा है कि युवाओं की टीम इस बार लोकसभा चुनाव में मोदी का सामना करेगी इसको लेकर और युवाओं को संगठन में जिम्‍मेदारी देकर रणनीति बनाई जा रही है.