नर्मदापुरम में भाजपा ने खेला बड़ा दांव

रिपब्लिक टुडे, नर्मदापुरम।
राजधानी भोपाल के नजदीक नर्मदापुरम में भाजपा ने बड़ा सियासी दांव खेला है , दरअसल नर्मदापुरम में पूर्व विधानसभा स्पीकर सीतासरन शर्मा और उनके परिवार का विधानसभा सीट पर पिछले 35 वर्षों से कब्जा है, जिसका विरोध अब नर्मदापुरम विधानसभा के भाजपाई मुखर होकर कर रहे है। सीतासरन शर्मा के विरोध को देखकर उनके बड़े भाई गिरजाशंकर शर्मा ने भाजपा छोड़ सितंबर के महीने में कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया था। जिसके बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने गिरजाशंकर शर्मा को नर्मदापुरम से टिकिट देकर मैदान में उतार दिया , कयास लगाए जा रहे थे कि अब सीताशरण शर्मा की जगह भाजपा किसी अन्य को टिकिट देकर प्रत्याशी बनाएगी, लेकिन भाजपा ने शनिवार को नर्मदापुरम सीट सीतासरन शर्मा को ही टिकट देकर सगे भाई के सामने उतार दिया है। अब राजनेतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है , एक ही परिवार से दो सगे भाई चुनावी मैदान में है, सीतासरन शर्मा का कहना है कि हम दोनों सगे भाई जरूर है लेकिन ये विचारधारा की लड़ाई है, उधर गिरजाशंकर शर्मा कांग्रेस जॉइन करते समय अपना रुख साफ कर चुके थे कि वे अपने छोटे भाई के खिलाफ चुनाव नही लड़ेंगे, न ही उनके भाई की सीट पर कांग्रेस का प्रचार करेंगे।

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अब भाजपा ने गिरजाशंकर को कांग्रेस प्रत्याशी देखकर उनके छोटे भाई और लगातार पांच बार से विधायक सीतासरन शर्मा को टिकट देकर , शर्मा परिवार सहित नर्मदापुरम विधानसभा के मतदाताओं के सामने अपनी विचारधारा व्यक्त करने छोड़ दिया है। बहरहाल सीतासरन शर्मा का भाजपा में विरोध के बाद भी टिकिट दिया जाना और गिरजाशंकर शर्मा का भाजपा से कांग्रेस में आते ही पार्टी द्वारा टिकट दिया जाना , दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को संकट में डाल दिया है।

रिपोर्ट – मुकेश अवस्थी नर्मदापुरम।

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