पहले अमानक मूंग खरीदी, अब स्टेक किये जा रहे रिजेक्ट

सर्वेयर और समितियों की मिलीभगत
अमानक मूंग खरीदने के बाद , हो रही है रिजेक्ट

रिपब्लिक टुडे ,सोहागपुर।

यहां नेफेड द्वारा की जा रही मूंग खरीदी में हेराफेरी उजागर हो रही है, नान एफ ऐ क्यू मूंग को सर्वेयर की मिलीभगत से तौला जा रहा है। बाद में जांच पड़ताल होने पर वही माल के स्टेक रिजेक्ट किये जा रहे है। किसान भी मिट्टी मिले और अमानक माल को तुलवाने अड़ी डालकर समिति और सर्वेयर के ऊपर दबाव डालकर मूंग तुलवाने में पीछे नही है।

सरकार की मंशा भले ही किसान के हित में उनकी फसलों को क्रय करने की हो लेकिन जिम्मेदारो की मिलीभगत से शासन को भी करोड़ो का चूना लग रहा है , चर्चा है कि मूंग खरीदी शुरू होते ही स्थानीय और रसूखदार व्यापारियों सहित सत्ताधारी पार्टी के लोगो ने शोभापुर रोड सहित सेमरी हरचंद रोड पर बने वेयरहाउस में किसानों के नाम के पंजीयन करवा कर पुराना और अमानक माल तुलवा दिया है, जिसको लेकर लोग चर्चा तो करते है लेकिन खुलकर सामने नही आते है। बता दे कि गुरुवार को प्रशासनिक टीम ने वेयरहाउसो में पहुचकर स्टेक की जांच कर सेम्पल लिए है , वही यहां के विजयलक्ष्मी वेयरहाउस में हजारों क्विटल माल रिजेक्ट किया जा चुका है वही जानकारी मिली है कि कृष्णा वेयरहाउस और अनन्त वेयरहाउस में अमानक मूंग सर्वेयर की मिलीभगत से तुलवा दिया गया है बाद में नाफेड सहित जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई टीम की जांच में माल अमानक पाए जाने पर रिजेक्ट हो रहा है। उधर चर्चा इस बात की भी है किसान मूंग तुलवाने 100 रुपये से लेकर 2 सौ रुपये प्रति क्विटल देकर माल तुलवा रहे है । विजय लक्ष्मी वेयरहाउस में सर्वेयर द्वारा अमानक मूंग तुलवा दी गई , तो किसान की मौके पर पड़ी मूंग की गुणवत्ता पर जांच की मांग पर किसान भी भड़कने लगे । विजयलक्ष्मी वेयरहाउस में जांच करने पहुचे नायब तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव सहित कृषि विभाग के एसएडीओ पी डी जाटव ने स्टेक की जांच कर सेंपल लिए है जिसमे अमानक मूंग दिखाई दी है। नायब तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि अमानक मूंग की जांच में यदि माल खराब पाया जाता है तो जिला कलेक्टर को प्रतिवेदन और स्थल पंचनामा भेजा जाएगा , कार्यवाई जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा किया जाना है। वही दबी जुबान से वेयरहाउस में लोगो ने बताया कि यहां वेयरहाउस मालिको सहित रसूखदारों का माल किसानों के पंजीयन ओर तौला गया है। ऐसे में सरकार को करोड़ो का चूना भी लगा है।