प्रेम क्लब ने की शुरुआत , अब अचर्ना समिति निभा रही दायित्व

91 वर्षों से बिहारी चौक पर विराजमान हो रही देवी दुर्गा

रिपब्लिक टुडे, सोहागपुर।
यहां नगर में 1930 से स्थानीय लोगों ने मिलकर धार्मिक सद्भावनाओ को जीवंत रखने प्रेम क्लब का गठन किया, जिसमे उस दौर के राम गोपाल खंडेलवालउमाकांत तिवारी , द्वारका प्रसाद मिश्रा, कन्हैया लाल चौरसिया , गुलाब चंद्र जैन, बैजनाथ सिंह चौधरी सहित अन्य लोगो ने बिहारी चौक पर देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करना प्रारंभ किया था, जिसके बाद से लगातार 91 वर्षों से देवी स्थापना का क्रम चला आ रहा है।
बता दे कि आजादी के पूर्व से ही नगर में धार्मिक कार्यक्रम और देवी स्थापना के लिये लोग आगे आये , जिसके चलते बिहारी चौक को चुना गया , यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ देवी माँ की प्रतिमा स्थापित की जाने लगी। नगर के समाजसेवी कन्नू लाल अग्रवाल ने बताया कि 1930 में प्रेम क्लब बनाकर नगर के संभ्रांत लोगो ने देवी दुर्गा की मूर्ति को रखना शुरू किया था, जो क्रम लगातार चलते चलते 91 वर्ष पूरे कर चुका है पहली पीढ़ी के लोगो के बाद दूसरी पीढ़ी ने दायित्व को संभाला जिसके सदस्य रमेशचंद्र खंडेलवाल, कन्नू लाल अग्रवाल , श्याम चौरसिया, लक्ष्मी सोनी , दुर्गा प्रसाद कहार ,अरुण चौधरी ,माधव सिंह

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अर्चना दुर्गा उत्सव समिति द्वारा स्थापित की गई प्रतिमा।

चौधरी, राजेंद्र जैन थे। अर्चना समिति के निवर्तमान सदस्य कृष्ण कुमार पालीवाल ने बताया कि पूर्व में नगर के लोगो ने प्रेम क्लब के दायित्व को संभालते हुए कवि सम्मेलन जैसे आयोजन भी कराए , बाद में प्रेम क्लब का नाम बदल कर अर्चना समिति रखा गया, जिसकी बागडोर बाद में जुगनू क्लब के सदस्यों संतोष मालवीय , जगदीश अंचल , छोटे भैया मालवीय , देवी पालीवाल, शिव नारायण शिवहरे , रामशंकर शिवहरे आदि ने सभालते हुए प्रेम क्लब से अर्चना समिति तक के सफर को जीवंत रखा।
अब नगर के युवाओं ने अर्चना समिति के दायित्व को अपने ऊपर लिया है , लगातार 91 वर्षों के सफर को तय करते हुये इस वर्ष भी बिहारी चौक पर देवी प्रतिमा स्थापित की गई है, अर्चना समिति द्वारा स्थापित की जाने वाली प्रतिमा आकर्षण का केंद्र रहती है। कृष्णा पालीवाल ने चर्चा में बताया कि नगर की संस्कृति और परंपरा को जीवंत रखने के चलते द्वेषपूर्ण भावनाओ से हटकर लोगो ने 1930 से लगातार सेवा की है, जो क्रम आगे भी चलता रहेगा।

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