जंगलों से निकल कर रहवासी इलाके में पहुचा वाइसन
रिपब्लिक टुडे,होशंगाबाद। भीषण गर्मी और देश भर में कोरोना के कारण लॉक डाउन के चलते इन दिनों वाइल्ड लाइफ टूरिज्म भी बंद है। होशंगाबाद जिले के सोहागपुर मड़ई वाइल्ड लाइफ पार्क में मार्च के महीने से ही पर्यटकों का आना भी बन्द है , ऐसे में जंगली जानवर भी खुद को स्वतंत्र महशुश कर रहे है। देनवा नदी को पार कर , अब जंगली वायसन शहरी क्षेत्रों में आ गए है। शनिवार से सोहागपुर के आसपास के गांवों में व्हाइट वायसन देखा जा रहा है, हालांकि इससे कोई नुकसान तो नही है लेकिन ताकतवर होने का कारण आमजन वाइसन से डर रहे है।
लॉक डाउन का असर अब जंगली जानवरों पर भी देखा जा रहा है , सतपुड़ा के घने जंगलों के बीच मड़ई वाइल्ड लाइफ पार्क में जंगली जानवरों की भरमार है, जिसमे जंगली भैसे है जिन्हें गौर कहा जाता है। पर्यटकों की आवाजाही न होने से अब खुद को स्वतंत्र महशुश कर रहे है , लॉक डाउन में आपने ग्रेटर नोएडा में टाइगर को चहलकदमी करते टीवी स्क्रीन पर देखा होगा वही हैदराबाद में भी तेंदुए को सड़क पर घूमते भी न्यूज़ चैनलों पर देखा होगा। ऐसा ही नजारा पिछले एक महीने से होशंगाबाद जिले में भी देखने मिल रहा है , पिछले महीने एक तेंदुआ को सोहागपुर के आसपास टेलसिर, खाडादेवरी के खेतों में देखने मिला जिसे वन विभाग रेस्क्यू करने की कोशिश करता रहा लेकिन तेंदुआ हाथ नही आया, अब सोहागपुर के आसपास एक वायसन ग्राम करनपुर, निमनमुड़ा , धपाड़ा गौरीगांव में दिखाई दे रहा है। जो कि एसटीआर के जंगलों से भटक कर रहवासी इलाके में आ गया है। बहरहाल वायसन ने कोई नुकसान नही पहुचाया है ,फिर भी लोग विशालकाय कद काठी होने के कारण डरे हुए है। बता दे कि इन दिनों खेतो में मूंग की फसल तैयार खड़ी हुई है , जिसके नुकसान की जरूर सम्भावना है, लेकिन अभी तक कोई जनहानि की खबर भी नही मिली है। जंगली भैसे को खदेड़ने के प्रयास स्थानीय अधिकारियों की टीम सहित वन विभाग की टीम भी कर रही है। जानकारी के चलते वायसन पानी की तलाश में देनवा नदी को पार कर गया है जो कि अपने झुंड से बिछड़ कर गांवों की तरफ पहुच गया है।