राजेश रजक रायसेन। रायसेन जिले की उदयपुरा तहसील के नर्मदाघाट बोरास में निर्मोही आखडे के साधु संत लॉक डाउन में फसे गए है, फतेहपुर यूपी के सभी साधुओं सहित नागा संत दयाराम ने शासन से लगाई गुहार लगाकर उन्हें अब उनके मूल ठिकाने तक पहुचाने की याचना की है।
बता दे कि नर्मदा परिक्रमा के लिये निकले साधु अब नर्मदा के जल में आसन बनाकर रह रहे है । जिनका ख्याल स्थानीय लोग पूरी तरह रख रहे है , जिसके चलते लोगो द्वारा साधुओं को भोजन आदि के लिये खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
रायसेन जिले की उदयपुरा तहसील के नर्मदाघाट बोरास में नर्मदा के बीचों बीच बहते जल में अपना आसान लगाकर निर्मोही अखाड़े के साधुओं ने डेरा जमाया हुआ है। मूलतः फतेहपुर उत्तर प्रदेश के नागा सन्त दयाराम लॉक डाउन के चलते फस गए है, जो की नर्मदा परिक्रमा के लिये निकले हुए थे साधु दयाराम अब उत्तर प्रदेश जाना चाहते है । कुछ दिनों से ग्रामीणों लोगो द्वारा उनकी भोजन एवं आर्थिक मदद की जा रही हैं । संत दयाराम ने अब शासन प्रशासन से मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई हैं । कि उन्हें भी उत्तर प्रदेश तक छोड़ने की व्यवस्था की जाए। नागासन्त दयाराम जी के पास आर्थिक व्यवस्था भी नही हैं । वे कई दिनों से नर्मदा घाट बोरास में नर्मदा किनारे फसे हुए है। संकल्प संस्था द्वारा एवं ग्राम पंचायत बोरास द्वारा खाद्य सामग्री आदि का सहयोग किया जा रहा हैं । लेकिन अब उन्हें कोरोना संकट से भयतीत होकर निर्मोही आखडे के ये साधु अपने स्थान फतेहपुर उत्तर प्रदेश जाना है, साधुओं को उनके स्थान उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले तक पहुचाने की व्यवस्था को लेकर हमारे प्रतिनिधि ने जब उदयपुरा तहसीलदार अवधेश यादव से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि
अभी तक 17 लोगो की सूची वरिष्ठ अधिकारियों तक भेजी है, शीघ्र ही इनको फतेहपुर भिजवाने की उचित व्यवस्था की जाएगी।
रिपोर्ट – राजेश रजक रायसेन मप्र।