Narmdapuram: जनपद अध्यक्ष और विधायक के बीच खींचतान, सरकारी कार्यक्रमों में नहीं बुलाये जाने की शिकायत
जनपद अध्यक्ष जालम सिंह पटेल और जनपद उपाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह ने शासकीय कार्यक्रमों में चुने हुये जनप्रतिनिधियों की अवहेलना को लेकर जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर को दिए ज्ञापन ,कहा प्रोटोकॉल का जानबूझकर किया जा रहा उलंघन, धरना प्रदर्शन की दी गई चेतावनी , मंगलवार को जिला कलेक्टर के साथ होगी बैठक।
रिपब्लिक टुडे, सोहागपुर/ नर्मदापुरम।
यहां जनपद पंचायत अध्यक्ष जालम सिंह सहित उपाध्यक्ष राघवेंद्र पटेल और विधायक विजयपाल सिंह के बीच राजनैतिक खीचतान लंबे अरसे से चली आ रही है। पूर्व में तत्कालीन एसडीएम बृजेश रावत के समय 26 जनवरी के कार्यक्रम में कार्ड में जनपद अध्यक्ष का नाम नही लिखा गया था, अब शासकीय योजनाओं के कार्यक्रमो में चुने हुए प्रतिनिधियों की अवहेलना की जा रही है। जिसके चलते जनपद अध्यक्ष जालम सिंह पटेल , उपाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह पटेल सहित जनपद सदस्य दौलतराम पटेल , डाली शर्मा ने बिगत दिनों सेमरी हरचंद में सांसद, विधायक आदि की मौजूदगी में सम्पन्न हुए कार्यक्रमों में नही बुलाये जाने से नाराजगी व्यक्त की है। उक्त सभी निर्वाचित सदस्यों ने कहा है कि क्षेत्र में होने वाले शासकीय कार्यक्रमों में जैसे स्कूलों में साइकिल वितरण, भूमिपूजन एवं लोकार्पण जैसे कार्यक्रमों में निमंत्रण पत्र एवं भूमिपूजन लोकापर्ण पट्टियों में नाम नहीं दिए जा रहे है, जनपद अध्यक्ष जालम सिंह पटेल ने बताया कि 17 जनवरी कोसेमरी हरचंद में पंचायत भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में हमें नहीं बुलाया गया है। इससे हमारी भावनाएं आहत हुई हैं एवं शासकीय नियमों की अवहेलना श्रेणी आता है। इस संबंध में नर्मदा पुरम जिला मुख्यालय जाकर जाकर कलेक्टर सोनिया मीणा एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत के नाम ज्ञापन सोपा गया है। इसी मुद्दे को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं लगभग सभी जिला पंचायत सदस्य जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक का बहिष्कार कर चुके हैं सभी ने कमिश्नर एवं कलेक्टर को ज्ञापन सोपा था लेकिन अधिकारियों की कर प्रणाली में कोई सुधार नहीं आया है। ज्ञापन में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के नाम नहीं दिए गए लेकिन भाजपा के मंडल अध्यक्ष योगेश मालवीय को विशेष अतिथि बनाया गया है जिन संबंधित अधिकारियों ने प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है उन पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।

इसके साथ ही ज्ञापन में कार्यक्रम को निरस्त करने सहित भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल का ध्यान रखने की मांग की है। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि यदि सुधार नहीं किया गया तो हम जनप्रतिनिधि धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे।
