छोटी बाबरी घाट से कश्तियों में भरकर ढोई जा रही रेत, प्रशासन की आंखे बंद

सिवनी मालवा क्षेत्र में नर्मदा नदी के छोटी बाबरी घाट से खुलेआम रेत की चोरी ,ग्राम डिमावर के सरपंच प्रतिनिधि कई बार कर चुके हैं शिकायत, यूपी बिहार से आई मजदूर कर रहे काम
रिपब्लिक टुडे नर्मदापुरम/सिवनी मालवा।
रेत का परिवहन करते आपने ट्रैक्टर ट्राली और डंफरो को देखा होगा , लेकिन कभी आपने सोचा है कि रेत का कारोबार नाव और कश्तियों से भी होगा, जी हाँ सिवनी मालवा के पास नर्मदा नदी की गहराई से रेत माफिया के मजदूरों द्वारा रेत निकाली जा रही और बकायदा नाव और कश्तियों से ढोकर किनारे लाई जा रही है। इस काम के लिये बिहार से मजदूर भी बुलाये गए है जो नदी का सीना चीरकर कश्तियों से रेत का परिवहन कर रहे है। इस कारोबार में रेत माफिया चांदी काट रहा है।

लेकिन रेत से भरी  कश्ती किनारे तक लाने वाले मजदूरों के लिए जान का जोखिम बना हुआ है। गीली रेत भारी होती है, नदी में पानी ज्यादा है, पेट की खातिर जोखिम के बावजूद मजदूर इस भारी कश्ती को गहरे पानी से किनारे पर लाते हैं। ऐसे में कभी कोई कश्ती पलट गई तो जनहानि तय है, लेकिन माफिया और प्रशासन दोनों को ही कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, माफिया चांदी काटने में लगा हुआ तो प्रशासनिक अधिकारी अपना हिस्सा वसूलने में मस्त है। क्योकि ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अफसर खामोश है?

बाबरी से छोटी बाबरी तक  नदी में किश्तियों की रेस
यह रेत ग्राम बाबरी घाट से ढोई जाती है और उस पार छोटी बाबरी जो की जो सीहोर जिले में आता है वहां पर यह रेत ले जा रहे हैं । 24 घंटे किश्तियों से रेत निकाल और ढोई जा रही है, लगभग सैकड़ों की संख्या में यह किश्तियां चल रही हैं । लोगों ने रेत के व्यवसाय के लिए किश्तियां खरीद ली है, जिससे उनका यह व्यापार फलता फूलता रहे। ठेकेदार यह काम किश्तियों से करवा रहा है।
भोपाल के वोट क्लब से ज्यादा किश्तियां
इस क्षेत्र में नर्मदा नदी में चारों ओर सैकड़ो कश्तियां दिखाई देती है , बताया जा रहा है कि यहां इतनी तादात में कश्तियां नदी में दौड़ रही है, जितनी भोपाल के बड़े तालाब में भी नही होगा।  यहां हर साल जल महोत्सव का आयोजन किया जाता है। मुसाफिरों को एक किनारे से दूसरे किनारे तक लाने ले जाने के लिए यहां दो चार कश्तियां होती थी, लेकिन अब यहां सैकड़ों की संख्या कश्तियां नर्मदा में तैरती नजर आ रही है जो मुसाफिरों की जगह रेत ढो रही है।

कश्तियों में रेत भरकर ढोई जा रही।

दिन और रात चलता है रेत माफिया का कारोबार
छोटी बाबरी सीहोर जिला के रेत माफिया रेत प्रतिदिन चोरी कर रहे हैं , जिससे सिवनी मालवा टापू नष्ट हो रहा है इस अवैध उत्खनन से पर्यावरण भी असंतुलित हो रहा है। नदी में गहरे गड्ढे हो गए है जिससे आमजन सहित जलीय जीव जंतुओं को भी नुकसान होने लगा है।

कार्यवाई नही हुई तो होगा आंदोलन
रेत के इस अवैध परिवहन से ग्रामीण खासे नाराज है। गांव के पूर्व सरपंच नरहरि पटेल का कहना है कि हमारे द्वारा इस टापू को बचाने का अथक प्रयास पहले भी किया गया है। मगर शासन प्रशासन द्वारा हमारी सूचना पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसका नतीजा सामने है। गांव के लोगो का कहना है कि अवैध उत्खनन नही रुका तो हम ग्रामीण तहसील स्तर से लेकर जिले स्तर तक उग्र आंदोलन एवं चक्का जाम करेंगे।

इनका कहना है।

हमने जनसुनवाई में आयुक्त और खनिज अधिकारी को भी कराया अवगत लेकिन अभी तक कोई कार्यवाई नही की गई है। सीहोर के रेत माफिया कश्तियों में रेत भरकर ले जा रहे हैं। दीनेश कीर सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत डिमावर ।