लाखों खर्च किये डिवाइडर बनाया, अब अनुपयोगी बताकर तोड़ दिया

नगर परिषद निधि को लाखों की क्षति , वसूली की उठेगी मांग

रिपब्लिक टुडे, सोहागपुर।
यहां नगर परिषद द्वारा बीच बाजार में बनाये गए डिवाइडर को मंगलवार को दोपहर बाद जेसीबी से तोड़ दिया। दरअसल ये पीडबल्यूडी की सड़क पर पिछले साल तत्कालीन नगर परिषद प्रशासशक अखिल राठौर द्वारा जबरजस्ती बनवाया गया था। जिसका नगर में लोगो ने विरोध भी किया था लेकिन एसडीएम अखिल राठौर ने किसी की नही सुनी, अब उसी डिवाइडर को अनुपयोगी बताकर नगर परिषद द्वारा तोड़कर अलग कर दिया है।
बता दे कि यहां तरंग होटल से लेकर ऑटो स्टैंड तक डिवाइडर बनाया गया था लेकिन डिवाइडर बनाने के बाद न तो सड़क से अतिक्रमण हटाकर सड़क को दो भागों में बांटा गया न ही आवागवन को सुचारू करने की कोई कोशिश की गई। तत्कालीन एसडीएम अखिल राठौर जो कि नगर पालिका में पदेन प्रशासक भी थे , जिन्होंने अपनी दबंगई से पीडब्ल्यूडी की सड़क पर नगर परिषद की राशि से डिवाइडर बनवा दिया, बताया जा रहा है कि उक्त समय नगर पालिका के अधिकारियों द्वारा पीडब्ल्यूडी की सड़क पर नगर पालिका की राशि से डिवाइडर बनाये जाने को लेकर दबी जुबान से इंकार भी किया था लेकिन अपने रुतबे के आगे श्री राठौर ने किसी की नही सुनी। सड़क पर डिवाइडर बनने में 2 लाख से ऊपर की राशि व्यय हुई है जिसका ठेका नगर के ही लीमचंद अहिरवार को दिया गया था । अब सीएमओ दीपक रानवे का कहना है कि डिवाइडर के कारण यातायात बाधित हो रहा था इसलिए तुड़वा दिया गया है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि डिवाइडर नियम विरुद्ध बनाया ही क्यो ? जिस संस्था ने 2 लाख से अधिक राशि खर्च कर डिवाइडर बनाया था वही संस्था अब डिवाइडर को अनुपयोगी बताकर तोड़ रही है ऐसे में पीडब्ल्यूडी की सड़क पर बनाये गए डिवाइडर को बनाने और तोड़ने में को खर्च हुआ है उसकी वसूली किससे की जाएगी , क्या तत्कालीन प्रशासक अखिल राठौर से

डिवाइडर निर्माण की राशि वसूली जाएगी, नगर में लोग अब नगर पालिका की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
उधर नगर परिषद में विपक्ष में बैठे कांग्रेस के 5 पार्षद भी नगर परिषद द्वारा की जा रही अनियमितताओ पर खामोश रहते है जो संदेह के दायरे में आता है। बता दे कि नगर पालिका द्वारा कायाकल्प योजना की राशि जिसे वार्डो में खर्च करना था, को पीडब्ल्यूडी की सड़क के किनारे सीमेंटकरण करने में लगा दिया जिसका विरोध भी किसी विपक्षी पार्षद द्वारा नही किया गया और न ही नगर में विपक्षी दल के नेता सरकारी राशि के दुरुपयोग पर आवाज उठा रहे हैं।

इनका कहना है

तत्कालीन प्रशासक द्वारा उक्त डिवाइडर बनवाया गया है, यातायात को देखते हुए तोड़ दिया गया है।

दीपक रानवे सीएमओ

डिवाइडर बनाकर तोड़ दिया गया है, नगर पालिका निधि को क्षति है जिम्मेदारी तय कर क्षति राशि की वसूली होना चाहिए। पीडब्ल्यूडी सड़क किनारे चौड़ीकरण किया गया उसका भी हम लोगो ने परिषद में विरोध किया था, लेकिन मनमानी की जा रही है।

जमील खान , वरिष्ठ पार्षद नगर परिषद सोहागपुर।

नगर परिषद सोहागपुर की करतूत लाखो की राशि खर्च कर बनाया डिवाइडर , सब तोड़ दिया।