सोहागपुर भाजपा में विरोध के स्वर, बाहरी दखल वर्दस्त नही, स्थानीय प्रतिनिधित्व की मांग,
जनपद पंचायत अध्यक्ष जालम सिंह पटेल सहित दो दर्जन कार्यकर्ता मिले मुख्यमंञी शिवराज सिंह सहित प्रदेशाध्यक्ष वी डी शर्मा से, बोले जब से परिसीमन हुआ तब से स्थानीय नेतृत्वहीन है विधानसभा अब बाहरी दखल वर्दास्त नही किया जायेगा.
रिपब्लिक टुडे, नर्मदापुरम.
विधानसभा चुनाव में इस बार जिले की सोहागपुर सीट से अब भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के बड़े नेताओं से स्थानीय नेतृत्व को टिकिट देने की मांग की है, जिसके चलते सोहागपुर और बाबई के करीब दो दर्जन कार्यकर्ता वी डी शर्मा से राजधानी में मिलकर बात रख चुके है. सोहागपुर विधानसभा से राजो मालवीय, जालम सिंह पटेल, राजा भैया पटेल, राघवे्द्र रघुवंशी, प्रांशु राणे आदि टिकिट की मांग कर रहे है.
बता दें कि सोहागपुर विधानसभा सीट पर वर्ष 2008 से लगातार तीन बार से ठाकुर विजय पाल सिंह विधायक है, लेकिन अब गिरजाशंकर शर्मा के कांग्रेस में जाने सहित सीताशरण शर्मा की टिकिट कटने के संकेत मिलने के बाद कहा जा रहा है कि विजय पाल सिंह नर्मदापुरम के चुनाव मैदान में आ सकते है, जिसके बाद अब जनपद पंचायत अध्यक्ष जालम सिंह पटेल जो कि सांसद राव उदय प्रताप सिंह के नजदीकी भी माने जाते है सक्रिय हो गए है वे जनपद पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भी है जिसके चलते मुख्यमंञी शिवराज सिंह से भी उनकी नजदीकी बढ़ गई है. उधर राजा भैया पटैल भैसा वाले जो कि संघ की पृष्ठभूमि से है वे भी टिकिट की दौड़ में शामिल है तो भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता राजो मालवीय भी लंबे संघर्ष के बाद अब चुनाव मैदान में आना चाहती है.
कुछ दिनों पूव ही भोपाल में जपं अध्यक्ष जालम सिंह सहित मंडल अध्यक्ष राघवेंद्र पटैल भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष से सामने अपनी बात रख चुके है, बताया जा रहा है कि क्षेञीय विधायक विजय पाल का अब विरोध भी अब होने लगा है पार्टी में ही वर्ग उनकी खिलाफत कर रहा है, जानकारी है कि मंडल अध्यक्ष राघवेंद्र स्वयं को विधायक द्वारा उपेक्षित महशूस करते आ रहे है उन्हें कई कार्यक्रमों में आमंञित नही किया जाता, उधर जालम सिंह पटेल जो कि गूर्जर समाज का बड़ा चेरहा है, भी सांसद उदय प्रताप सिंह से सीधे जुड़े हुए है. उनका कहना है कि जब से परिसीमन हुआ तब से स्थानीय व्यक्ति को अवसर नही दिया गया, उधर प्रांशु राणे का कहना है सोहागपुर भाजपा विचार धारा की विधानसभा है यहां युवा को मोका दिया जायेगा तो एतिहासिक जीत जरूर होगी.
बिगत दिनों भोपाल नेतृत्व के पास सामूहिक रूप से जाकर आवेदन करने वालों में राजो मालवीय, जालम सिंह पटैल, प्रांशु राणे, राघवेंद्र रघुवंशी, राजा भेया, रामकिशोर यादव , सत्यनारायण तिवारी, भरत जी पटैल, भगवान सिंह पटेल के साथ दर्जनों की संख्या में पहुंचे थे.