जस्टिस एनवी रमना ने भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस रमना को शपथ दिलाई। सीजेआई के रूप में जस्टिस रमना का कार्यकाल 26 अगस्त, 2022 तक होगा।
रिपब्लिक टुडे , नई दिल्ली। आज राष्ट्रपति भवन में देश के 48 वे मुख्य न्यायाधीश के रूप में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जस्टिस रमना को शपथ दिलाई । वे 17 फरवरी, 2014 को सुप्रीम कोर्ट में अपनी पदोन्नति से पहले जस्टिस रमना दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे।
उनका जन्म 27 अगस्त, 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम गाँव में एक कृषि परिवार में हुआ था।
उन्होंने 10 फरवरी, 1983 को एक वकील के रूप में दाखिला लिया और आंध्र प्रदेश, मध्य और आंध्र प्रदेश प्रशासनिक न्यायाधिकरणों और भारत के सुप्रीम कोर्ट में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, श्रम, सेवा और चुनाव मामलों में हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की।
उन्होंने आंध्र प्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी कार्य किया है। उन्हें 27 जून, 2000 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद 10 मार्च, 2013 से 20 मई, 2013 तक वह वह आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रहे।