पुलवामा पर खुलकर पाक के समर्थन में आया चीन, कहा- दोस्त की करेंगे मदद

UNSC में मास्टरमाइंड आतंकी मसूद अजहर को बचाने वाले चीन ने पाकिस्तान के सामने दीवार की तरह खड़ा होकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भी साफ कर दिया कि वह संकट के समय पूरी तरह अपने इस दोस्त की मदद करेगा.

पुलवामा हमले के बाद पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान अब चीन की शरण में है. चीन भी अपने हित साधने के लिए खुलकर पाकिस्तान के समर्थन में आ गया है. UNSC में मास्टरमाइंड आतंकी मसूद अजहर को बचाने वाले चीन ने पाकिस्तान के सामने दीवार की तरह खड़ा होकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भी साफ कर दिया कि वह संकट के समय पूरी तरह अपने इस दोस्त की मदद करेगा.

हाल ही में चीन के विदेश मंत्री वांग यी और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पुलवामा हमले पर चर्चा की. इसके बाद पाकिस्तान का बचाव करते हुए चीन ने पूरी दुनिया को दो टूक कह दिया कि पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान पर निशाना न साधे.

चीन ने कहा कि वह पाकिस्तान के साथ खड़ा रहेगा और पूरी मजबूती से उसकी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करेगा. दोनों विदेश मंत्री बीजिंग में चीन-पाकिस्तान रणनीतिक संवाद के तहत मिले. उनकी यह मुलाकात चीन द्वारा जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को चौथी बार रोकने के एक हफ्ते बाद हुई है.

मुलाकात में कुरैशी ने वांग से कहा कि पुलवामा हमले के बाद कश्मीरियों के मानवाधिकारों का उल्लंघन बढ़ गया है. कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान पहले भी और अब भी भारत से संबंध बेहतर करना चाहता है और संवाद के लिए तैयार है.

वांग ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दुनिया में या क्षेत्र में चीजें किस तरह बदलती हैं. चीन पूरी मजबूती से पाकिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, आजादी व सम्मान के साथ खड़ा रहेगा. वांग ने कहा कि एक शांतिपूर्ण और स्थायित्वपूर्ण दक्षिण एशिया, इलाके के सभी देशों के हित में है.

अलबत्ता चीन ने कहा कि पाकिस्तान ने तनाव को कम करने के लिए अच्छे प्रयास किए, जिसकी वो सराहना करता है.चीन ने कहा कि हम पाकिस्तान और भारत से संयम बरतने और मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण ढंग से करने का आह्वान करते हैं.

गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में जैश के आतंकी ने विस्फोटक से भरी गाड़ी सीआरपीएफ के वाहन में भिड़ा दी थी. इस आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए. इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध के बादल मंडराने लगे थे. भारत ने एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को इसका जवाब दिया. बालाकोट में मौजूद आतंकी ठिकानों को भारतीय विमानों ने तहस-नहस कर दिया. इस हमले के बाद से ही पाकिस्तान पर अपने यहां मौजूद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अंतर्राष्ट्रीय दबाव काफी बढ़ गया है.