पूर्व विधायक सविता दिवान छोड़ेगी कांग्रेस, 2 दिन बाद बड़ा निर्णय लेंगी।
चर्चा में बोली , क्षेत्र के नेताओं ने मुझपर आरोप लगाकर मेरे खिलाफ पत्र लिखा वहां तक ठीक , मेरे पिता विनयकुमार दिवान पर सवाल वर्दस्त नही। बोली – कांग्रेस पार्टी अब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की बंधक!
रिपब्लिक टुडे, नर्मदापुरम।
जिले की पूर्व विधायक और कांग्रेस पार्टी में महासचिव सविता दिवान शर्मा टिकिट वितरण को लेकर नाराज़ है। उनके खिलाफ सोहागपुर विधानसभा के नेताओ ने पिछले चुनावों में कांग्रेसी उम्मीदवार के खिलाफ काम करने की शिकायत के चलते टिकिट न देने की बात कमलनाथ के सामने रखी थी। जिसे उजागर होने के बाद अब श्रीमती दीवान ने पार्टी छोड़ने का निर्णय ले लिया है उनका कहना है कि मेरा अगला कदम क्या होगा ये 2 दिन बाद बताया जाएगा।
दरअसल होशंगाबाद जिले की सोहागपुर सीट से दावेदारी कर रही सविता दिवान ने अपना दर्द पुष्पराज पटेल को टिकिट मिलने के बाद सोशल मीडिया पर बयां कर दिया, उन्होंने सोशल मीडिया पर वही शब्द लिखे है जो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखे थे। जिसके बाद जिले भर में राजनैतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। बता दे कि सविता दिवान , देनवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक और कद्दावर कांग्रेसी विनयकुमार दिवान की बेटी है वे 1998 में मधुकर राव हर्णे को चुनाव हराकर असेम्बली पहुची थी।
श्रीमती दिवान सोहागपुर क्षेत्र में लगातार चुनाव की तैयारी भी कर रही थी, उन्हें टिकिट को लेकर भी भरोसा था कि पार्टी उन्हें मौका देगी, लेकिन सोहागपुर से टिकिट फाइनल होने के बाद उनके सामने एक ऐसे पत्र की जानकारी निकलकर आई जिसमे क्षेत्र के नेताओ द्वारा उनको टिकट न देने सहित उनके खिलाफ पिछले चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है।
टिकट वितरण से नाराज़ होकर उन्होंने चर्चा में कहा कि 2 महीने पहले जिस बात को लेकर चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी,वो टिकिट वितरण प्रक्रिया में देखने नही मिली बल्कि तानाशाही नजर आई, अब प्रदेश में कांग्रेस कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की बंधक बनकर रह गई है। दोनों नेताओं के अलावा किसी का कोई अस्तित्व नही है, टिकिट वितरण के बाद उजागर हुई नाराज़गी से अब हड़कम्प मच गया है, सविता दिवान सोहागपुर क्षेत्र में अच्छा प्रभाव रखती है उनके पुराने लोगो से सम्बंध भी है जो उनके पिता विनयकुमार दिवान के समय से जुड़े हुए है।
हमसे चर्चा के दौरान सविता दिवान ने कहा कि पार्टी छोड़ने का फैसला तय कर लिया है अगला कदम क्या होगा ये हमारे समर्थकों से बात करने के बाद तय करूंगी। 2 दिन बाद मैं तय करूगी कि मैं कोई अन्य पार्टी जॉइन करूंगी या नही।।
बहरहाल राजनीति में कोई किसी का नही है , अपने निजी स्वार्थ के चलते नेता कोई भी कदम उठाने को तैयार रहते है, देखना होगा कि नगर पालिका होशंगाबाद से अपना राजनेतिक कॅरियर शुरू करने वाली पूर्व विधायक क्या कदम उठाती है?