Jabalpur: डिजिटल अरेस्ट कर लाखों हड़पने वालों तक पहुची पुलिस,कई गिफ्तार
स्टेट साइबर पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट करने वालो को लिया गिरफ्त में, अब तक 2 करोड़ से ज्यादा की कर चुके हैं ठगी
रिपब्लिक टुडे,जबलपुर।
लंबे समय से नकली पुलिस बनकर वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट करते हुए करोड़ों की ठगी करने वाले एक गिरोह का गिरिबन पकड़ने में जबलपुर स्टेट साइबर सेल और एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। बरहाल काफी गुपचुप तरीके से टीम द्वारा 12 साइबर ठगो को न्यायालय में पेश करते हुए न्यायिक हिरासत प्राप्त की है। टीम का दावा है कि यह एक बहुत बड़ी कार्यवाही है जिसमें एक पूरे सिंडिकेट का खुलासा हो सकता है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने डिजिटल अरेस्ट को लेकर उठाया था कदम
आपको बता दे कि प्रदेश में लगातार हो रहे डिजिटल अरेस्ट के मामलों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा पुलिस विभाग और साइबर सेल को विशेष निर्देश दिए थे। जिसके तहत गोपनीय रणनीति तैयार कर स्टेट साइबर सेल द्वारा अन्य विभागों की मदद लेते हुए इन साइबर ठगों को पकड़ने के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया था। काफी लंबे समय से एक्टिव मुखबिर तंत्र से लगातार संपर्क करते हुए प्रदेश भर में ट्रैप बिछाई जा रहे थे। इसके साथ-साथ प्रदेश भर में हुए डिजिटल अरेस्ट के केस की विशेष छानबीन करते हुए। उनकी कड़ियों को जोड़ने का काम किया जा रहा था।
प्रदेश भर की 15 टीमों ने एकजुट होकर किया काम
डिजिटल अरेस्ट को लेकर लगातार हो रही वारदातों को लेकर पहले से ही एक्टिव स्टेट साइबर सेल और एसटीएफ ने 12 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। प्रदेश भर की 15 टीमों ने एक साथ जबलपुर, कटनी, मैहर और सतना में रेड मारते हुए अलग-अलग स्थानों से इन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
स्टेट साइबर सेल ने बुधवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया और पूछताछ के लिए दो सप्ताह का रिमांड लिया है। साइबर टीम ने शुरुआती जांच में पाया कि अभी तक दो करोड़ रुपए से अधिक की ठगी इन साइबर ठगों ने की थी।
अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों की संख्या और भी बढ़ सकती है। दोनों ही टीम इन ठगों के पीछे बीते एक माह से लगी हुई थी।
गौरतलब हो कि स्टेट साइबर सेल को आए दिन डिजिटल अरेस्ट को लेकर जानकारी यहां प्राप्त हो रही थी। इस दौरान मिले विशेष इनपुट से उन्हें इशारा मिल की एमपी में बाकायदा एक गिरोह इन पूरी वारदातों को अंजाम दे रहा है। जिसमें बाकायदा टेक्निकल एक्सपर्ट हैकर और एक्टिंग स्पेशलिस्ट लोग भी शामिल है। यह लोग एक मंजे हुए खिलाड़ी की तरह पहले तो लोगों का डाटा इकट्ठा करते हैं और फिर नकली सेटअप लगाकर पुलिस की वर्दी पहनते हुए भोले भाले लोगों को वीडियो कॉल के जरिए बड़ा अधिकारी बनकर धमकी देते थे और फिर डिजिटल अरेस्ट करते हुए लाखों रुपए की ठगी कर लेते थे।पूछताछ के दौरान आरोपियों ने यह भी बताया कि ये लोग खास तौर पर मजदूर, कम पढ़े-लिखे और बुजुर्गों को अपना निशाना बनाते थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन आरोपियों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। इन 12 आरोपियों को जबलपुर के अलावा कटनी, सतना से गिरफ्तार किया है। आरोपी इतने सारे थे कि पुलिस की टीम इन सभी को रस्सी से बांधकर कोर्ट लेकर पहुंची थी। फिलहाल इनके गैंग के और भी सदस्य होने की सूचना
मिली है, जल्द ही उन लोगों को भी गिरफ्तार कर
लिया जाएगा।
दरअसल, स्टेट साइबर सेल के पास लगातार शिकायत आ रही थी कि मध्यप्रदेश में एक ऐसा गिरोह संचालित हो रहा है, जिसमें कि युवा और पढ़े-लिखे लोग हैं।
ये लोग फोन करने के बाद पहले तो लोगों को पुलिस अधिकारी बनकर धमकी देते थे, और फिर डिजिटल अरेस्ट कर लाखों-करोड़ों रुपए ऐंठ लिया करते हैं। रिपोर्ट – विकास सोनी जबलपुर।