किसान नेता पुष्पराज पटेल के पक्ष में लामबंद हुए किसान
धरना देकर कर रहे कार्यवाई का विरोध
रिपब्लिक टुडे,होशंगाबाद। यहां नए बस स्टैंड पर सयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले क्षेत्र के किसान पुष्पराज पटेल के विरुद्ध दर्ज किए गए मुकदमे ओर उनकी गिरफ्तारी के विरोध में एकजुट हुए। धरने पर बैठे क्षेत्र के किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा बदले की भावना से कार्यवाई कर रही है, जिसका हम सभी विरोध कर रहे है।
बता दे कि पिपरिया ब्लाक के ग्राम मोकलवाड़ा में बिगत दिनों बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा वसूली को लेकर दबाव बनाया गए था जिसके विरोध करने पर किसानों ओर उप महाप्रबंधक पूनम तुमराम और अन्य कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटना घटित हुई थी। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष और किसान नेता पुष्पराज पटेल ने पिपरिया में पीड़ित किसानों के पक्ष में धरना दिया थे , जिस दौरान पटेल ने डी ई की कार्यशैली पर सवाल उठाया था, उसके बाद उनके विरूद्ध एससी एसटी एक्ट का प्रकरण दर्ज किया गया था। पटेल की गिरफ्तारी के बाद सोहागपुर थाने का घेराव भी किसानों और जिले के कांग्रेसियों ने किया था। उधर प्रकरण को लेकर होशंगाबाद विशेष कोर्ट ने जमानत खारिज होने के बाद से अब किसान लामबंद होकर धरने पर बैठ गए है, क्षेत्र के सभी किसानों का कहना है कि पुष्पराज पटेल ने दलगत राजनीति से उठकर किसानों के लिये लड़ाई लड़ी है जिसके कारण प्रशासन ने भाजपाई नेताओ की साठगांठ से एफआईआर दर्ज करवाई गई है। पटेल की गिरफ्तारी के बाद से अब किसानों की मांग है कि मोकलवाड़ा के किसानों के विरूद्ध जो प्रकरण दर्ज किया गया है और किसानों की लड़ाई लड़ने वाले नेता पुष्पराज के विरूद्ध दर्ज की गई एफआईआर में खत्मा लगाया जाए। धरने पर बैठे किसान प्रेमशंकर पटेल और सुधीर ठाकुर का कहना है कि जब तक पुष्पराज पटेल को रिहा नही किया जाता तब तक किसान सयुक्त मोर्चा धरने पर बैठा रहेगा साथ ही यदि प्रशासन ने किसानों पर अत्याचार करना बंद नही किया तो अब भूख हड़ताल पर भी किसानों को बैठना पड़ेगा।
नए बस स्टैंड पर बैठे किसानों का कहना है कि हम किसी दल के साथ नही बल्कि किसानों के साथ खड़े हुए है। सरकार की दमनकारी नीति का विरोध हम करते रहेंगे, बिजली विभाग द्वारा मार्च के महीने में जो वसूली की जा रही है उसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह तत्काल रुकवाए , फसल बिकने के बाद ही क्षेत्र का किसान बकाया बिलो का भुगतान कर पायेगा।
पटेल जमानत आवेदनअब हाईकोर्ट पहुचा।
बता दे कि बिजली विभाग की डी ई पूनम तुमराम द्वारा एससीएसटी एक्ट की एफआईआर के बाद होशंगाबाद सेशन कोर्ट द्वारा जमानत अर्जी खरिज कर दी गई थी, अब श्री पटेल का जमानत आवेदन हाईकोर्ट पहुच गया है जहाँ से उन्हें जमानत मिलने की संभावना है। घटना को लेकर पिपरिया के कांग्रेसी नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मेंद्र नागवंशी ने कहा है कि पुलिस ने झूठा प्रकरण दर्ज किया है , शिकायत पर जांच नही की गई कि ऐसी कोई घटना घटित हुई है या नही , पुलिस ने संवैधानिक नियमो से उठकर एफआईआर दर्ज की जिसे राजनीतिक षडयंत्र के रूप में देखा जा रहा है।